Thunderbolt on Mushladhar rain {वज्रपात ओंर मुश्लाधर बारिश } बिहार में वज्रपात ओंर मुश्लाधर बारिश से 100 से अधिक लोगों की मौत ओंर दर्जनों लोग घायल
बिहार से जिला संवाददाता अरमान हैदर की रिपोर्ट
Thunderbolt on Mushladhar rain {वज्रपात ओंर मुश्लाधर बारिश} एक तरफ पुरे देश सहित बिहार में करोना वायरस का कोहराम तो जारी ही हैं वही दूसरी तरफ आसमानी आफत भी अभी ही लोगो की जिंदगी को अस्त व्यस्त करने का मूड बना चुकी हैं | बिहार के 12 जिलो को बिहार सरकार ने मोसम विभाग के दिशा निर्देश पर हाई अलर्ट पर रख दिया हैं | गुरुवार ओर शुक्रवार को हुए जबर्दस्त Thunderbolt on Mushladhar rain मुश्लाधर बारिश ओर वज्रपात से लगभग 100 से अधिक लोगो ने अपनी जान गवाई हैं वही दर्जनों लोग गम्भीर रूपसे घायल हैं | 

इस भयंकर विकराल रूप धारण किये इस आसमानी आफत से बचने के लिए सभी प्रभावित बिहार के 12 जिलों के जिलाधिकारी ने गुरुवार की देर शाम सभी अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को आदेश जारी करते हुए कहा है कि मौसम विज्ञान केन्द्र, पटना द्वारा जारी सूचना एवं आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार पटना से दूरभाष पर प्राप्त निर्देश व सूचना के परिप्रेक्ष्य में सूचित करना है कि अगले शनिवार तक जिलान्तर्गत भारी वर्षापात एवं वज्रपात तथा नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना व्यक्त की गयी है.जिससे आमजनमानस, पशु आदि इससे प्रभावित हो सकते है.

Thunderbolt on Mushladhar rain दो दशक बाद बिहार में मॉनसून बेहद सक्रिय कटिहार में अलर्ट
कटिहार के जिला पदाधिकारी कंवल तनुज ने अत्यधिक वर्षापात व वज्रपात को लेकर लोगों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. संबंधित अधिकारियों को भी अलर्ट करते हुए स्थानीय लोगों को जागरूक रहने के लिए भी कहा है. जिलाधिकारी ने गुरुवार की देर शाम सभी अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को आदेश जारी करते हुए कहा है कि मौसम विज्ञान केन्द्र, पटना द्वारा जारी सूचना एवं आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार पटना से दूरभाष पर प्राप्त निर्देश व सूचना के परिप्रेक्ष्य में सूचित करना है कि अगले शनिवार तक जिलान्तर्गत भारी वर्षापात एवं वज्रपात तथा नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना व्यक्त की गयी है.जिससे आमजनमानस, पशु आदि इससे प्रभावित हो सकते है.

12 जिलों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात
एनडीआरएफ की 12 टीमों को बाढ़ खतरे के मद्देनजर संवेदनशील जिलों में तैनात किया जा चुका है. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मांग पर एनडीआरएफ टीमों की तैनाती हुई है. बचाव कर्मियों को अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन उपकरणों के साथ कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, सारण और पटना जिलों में तैनात किया गया है. कुछ अन्य टीमों को तैयारी की स्थिति में रखा गया है. एनडीआरएफ टीम संबंधित जिलों में जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर इलाकों का जायजा ले रही है ताकि आपदा के समय त्वरित रेस्पांस कर स्थानीय लोगों को हर संभव सहायता किया जा सके.

आइएमडी पटना ने जारी किया अलर्ट
आइएमडी पटना ने संचार, आवागमन बाधित होने और ठनका गिरने की आशंकाओं का अनुमान भी जारी किया है. उसने कहा है कि बेहद जरूरी हो, तभी घर से बाहर जाएं. आइएमडी सूत्रों के मुताबिक यूं तो पूरे प्रदेश में मॉनसून सक्रिय है, लेकिन 27 जून से पश्चिमी व मध्य बिहार में ज्यादा बारिश होगी. ट्रफ लाइन बिहार के बेहद पास है. इसलिए बारिश का दौर अभी लगातार जारी रहेगा.
शुक्रवार को 7 जिलों में 100 मिमी से अधिक वर्षा
जिला बारिश (मिमी)
किशनगंज (बहादुरगंज) 128.2
दरभंगा 127.4
पूर्वी चंपारण 117.4
औरंगाबाद 116.4
गया 115.2
गोपालगंज 106.4
अररिया 104.6
अब तक बिहार में सामान्य से 83.46% से अधिक वर्षा
शुक्रवार तक बिहार में 233 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है, जो सामान्य (127 मिलीमीटर) से 83.46% अधिक है. एकमात्र सहरसा जिला है, जहां अब तक सामान्य से 2% कम बारिश हुई है. प्रदेश में ऐसा कोई जिला नहीं रहा, जहां औसतन 38 मिलीमीटर से कम बारिश हुई हो.
मानसून आखिर आ गया है और पूरे देश पर छा भी गया है। अगले कुछ दिनों देश के कुछ शहरों में भारी भारी बारिश होगी। भारतीय मौसम विभाग IMD के अनुसार दक्षिणपूर्वी मानसून तय समय से करीब दो हफ्ते पहले ही पूरे देश पर छा गया है। उसका कहना है कि बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों में भीषण बारिश होगी।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिणपश्चिमी मानसून राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के बाकी इलाकों में बढ़ता जा रहा है। इसीलिए मानसून का असर पूरे देश पर अब से देखा जा रहा है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र का दायरा बढ़कर पश्चिम-उत्तरपश्चिमी क्षेत्र में आ गया है।
बिहार के कई जिलों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। मॉनसून की सक्रियता की वजह से उत्तरी बिहार समेत राज्य के अधिकतर हिस्सों में गरज-तड़क के साथ भारी बारिश हो रही है। वहीं, कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश शुक्रवार को दिनभर जारी रही। वज्रपात ने कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटे भी राज्य के कई हिस्सों में अत्यधिक बारिश होने के आसार हैं। वज्रपात और भारी बारिश से सूबे के जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शहरों में भी जलजमाव हो गया है।
पटना में लगभग 40 मिमी बारिश हुई |
पटना में दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। पिछले 24 घंटे में पटना में 39.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। शुक्रवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक पटना में 33 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शाम छह बजे के बाद फिर से तेज हवा के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। वहीं गया में पिछले 24 घंटे में 140 .5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। भागलपुर में भी 24 घंटे में 63.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं पूर्णिया में 58.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इन इलाकों में अगले दो दिनों तक बारिश की स्थिति बनी हुई है।