शोध करने वाले शिक्षकों को मिलेगा 5 लाख रुपये , एक सप्ताह में मांगे जाएंगे आवेदन 

पाटम  विश्वविद्यालय में शोध करने वाले शिक्षकों को पांच लाख रुपये की राशि दी जाएगी। मंगलवार को पीयू के रिसर्च डेवलपमेंट सेल की बैठक में इसका निर्णय लिया गया। अध्यक्षता कुलपति प्रो.

गिरीश कुमार चौधरी ने की। शिक्षकों के शोध प्रस्ताव प्राप्त होने पर इसका मूल्यांकन विशेषज्ञों द्वारा कराया जाएगा। जिसका अंतिम अनुमोदन रिसर्च एडवाइजरी काउंसिल करेगी। प्रत्येक शोध प्रस्ताव पर अधिकतम पांच लाख की राशि विश्वविद्यालय द्वारा दी जाएगी। इसके लिए एक सप्ताह के अंदर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। साथ ही बैठक में रिसर्च एडवाइजरी काउंसिल में बाहरी विशेषज्ञ के रूप में शामिल करने के लिए प्रोफेसर के नाम पर भी चर्चा हुई। साथ ही पटना विवि जर्नल के प्रकाशन के लिए शोध पत्र आमंत्रित किए जाएंगे।

बैठक में शोध पत्र जमा करने के लिए गाइडलाइन को अंतिम रूप दिया गया। जमा हुए शोधपत्रों की विषय विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा कराई जाएगी और उनके अनुमोदन के बाद ही जर्नल में शोध पत्र प्रकाशित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय की ओर से यूजीसी केयर लिस्ट में इस जर्नल को शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके लिए सलाहकार एवं संपादक मंडल को पुनर्गठित किया जा रहा है।

प्रो. परिमल कुमार खान एवं प्रो. बीरेंद्र प्रसाद ने सभी पांच समितियों के समन्यवकों एवं सदस्यों को उनके कार्य के बारे में जानकारी दी। बैठक में रिसर्च एडवाइजरी काउंसिल के सभी सदस्यों सहित विभिन्न समितियों के कुल 30 सदस्य उपस्थित थे। इनमें पटना विवि के प्रति कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह, छात्र संकायाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. बीरेंद्र प्रसाद समेत सभी पांच समितियों के समन्यवक और उनके सदस्यों ने एजेंडा पर चर्चा की।

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