बिहार में लगेगा लोकडौन , कल रात केबिनेट की हो चुकी हैं बैठक , आज क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में नीतीश कुमार लेंगे फैसला, हाई कोर्ट पटना ने भी आज बिहार में लोकडौन लगाने सम्बन्धी रिपोर्ट मांगी है, बिहार में लोकडौन लगने पर किया किया चीजों पर रहेगी पाबंदियां , किया किया मिलेगी सहूलतें , आवश्यक सामग्री की तैयारियां कर ले , अब सम्भवतः लग जाएगा लोकडौन, पूरी जानकारी के लिए खबर को अंत तक पढें
बिहार में लगेगा लोकडौन , कल रात केबिनेट की हो चुकी हैं बैठक , आज क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में नीतीश कुमार लेंगे फैसला, हाई कोर्ट पटना ने भी आज बिहार में लोकडौन लगाने सम्बन्धी रिपोर्ट मांगी है, बिहार में लोकडौन लगने पर किया किया चीजों पर रहेगी पाबंदियां , किया किया मिलेगी सहूलतें , आवश्यक सामग्री की तैयारियां कर ले , अब सम्भवतः लग जाएगा लोकडौन, पूरी जानकारी के लिए खबर को अंत तक पढें
बिहार कोरोना की कहर जारी है। हालात बहुत ही खराब होते जा रहे है। मरीजों की संख्या में लगातार संख्या बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश में कोरोना की भयावहता बढ़ती जा रही है। कई जिम्मेदार स्तरों से यह बात सामने आई है कि कोरोना की बेकाबू सी स्थिति में लॉकडाउन ही उसकी रोकथाम का कारगर उपाय है। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप मंगलवार को बैठेगा। उसकी बैठक में लॉकडाउन का फैसला हो सकता है।
साथ ही सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद पटना की सड़क पर निकल कर स्थिति का जायजा लिया और निरीक्षण करने के बाद उन्होंने बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव समेत बिहार सरकार के कई विभाग के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाई लेवल मीटिंग की.
आपको बता दे कि सोमवार को बिहार में कोरोना संक्रमण के चलते बिगड़ते हालात पर पटना हाईकोर्ट ने कड़ा एतराज जताया है और राज्य सरकार से पूछा है कि लॉकडाउन लगाने की क्या तैयारी है. अदालत ने सरकार से मंगलवार को जवाब देने को कहा है। न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह और न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह की खंडपीठ ने सुनवाई करते हुए मौखिक रूप से सरकार के सिस्टम को फ्लॉप बताया और महाधिवक्ता से कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार के पास कोई इंतजाम नहीं है। ऐसे में लॉकडाउन लगाने का फैसला क्यों नहीं लिया जा रहा है।
बीते 29 अप्रैल को पहले से जारी पाबंदियां और सख्त की गईं। 4 बजे सभी दुकानें बंद हो जाती हैं। स्कूल, कॉलेज, कोचिंग तथा सार्वजनिक जुटान के कमोबेश तमाम स्थान बंद हैं। सरकारी दफ्तरों का समय व उपस्थिति घटाई गई। होटलों में बैठकर खाने पर पाबंदी की गई। ऐसी ढेरों पाबंदियां लागू हैं। सार्वजनिक आयोजन तथा धार्मिक स्थानों में प्रवेश आदि को प्रतिबंधित किया गया। मगर इन सबके बीच कोरोना लगातार बढ़ता ही गया है।