रूस ने यूक्रेन पर किया हमला , पूरी दुनिया में तीसरी विश्व युद्ध का मंडराया खतरा , नाटो ने कर रहा है बीच बचाव , तीसरी विश्व युद्ध से भारत भी हो जाएगा बर्बाद 

नाटो सहयोगियों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने” की बात कही। यूक्रेन नाटो देशों का निकट सहयोगी है लेकिन शामिल होने के कोई आसार नहीं है।

 

Russia-Ukraine Crisis: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में सैन्य हमले का आदेश दिए जाने के बाद नाटो ने यूक्रेन और रूस के पास स्थित अपने पूर्वी किनारे में अपनी जमीनी, समुद्री बलों और वायुसेना की तैनाती को मजबूत करने पर सहमति जतायी।

नाटो के दूतों ने आपातकालीन वार्ता के बाद एक बयान में कहा, ”हम गठबंधन के पूर्वी हिस्से में अतिरिक्त रक्षात्मक जमीनी और वायुसेना, साथ ही अतिरिक्त समुद्री परिसंपत्ति तैनात कर रहे हैं।” बयान में कहा गया, ”हमने सभी आकस्मिक स्थिति का जवाब देने के लिए अपने बलों की तैयारी बढ़ा दी है।”

नाटो के 30 सदस्य देशों में से कुछ यूक्रेन को हथियार, गोला-बारूद और अन्य उपकरणों की आपूर्ति कर रहे हैं। नाटो यूक्रेन के समर्थन में कोई सैन्य कार्रवाई शुरू नहीं करेगा, जो उसका एक करीबी भागीदार है। संघर्ष के निकटतम देश – एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया और पोलैंड – नाटो की स्थापना संधि के अनुच्छेद 4 के तहत दुर्लभ परामर्श शुरू करने वालों में शामिल हैं, जो तब किया जा सकता है जब ”क्षेत्रीय अखंडता, राजनीतिक स्वतंत्रता या किसी की (नाटो सदस्यों में से किसी की) सुरक्षा खतरे में होती है।”

दूतों ने कहा, “हमने सभी सहयोगियों की रक्षा के लिए अपनी रक्षात्मक योजना के अनुरूप, गठबंधन में प्रतिरोधक क्षमता और रक्षा को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा, ”हमारे कदम एहतियाती, आनुपातिक और गैर-उकसावे वाले हैं।”

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