सुपौल के प्रतापगंज से न्यूज़ टीवी बिहार के सवांददाता मो सादीक अंसारी की रिपोर्ट

प्रतापगंज प्रखंड के सुरजापुर पंचायत में फर्जी तरीके से चल रहा शबनम हेल्थ केयर सेंटर में एक महिला का ऑपरेशन के दौरान नस कटने से स्थिति हुआ नाजुक।

प्रतापगंज/सुपौल: जानकारी अनुसार सुरजापुर पंचायत के टेकुना मोड़ पर चल रहे शबनम हेल्थ केयर अस्पताल में उक्त महिला का ऑपरेशन किया गया था जिसके बाद मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी आक्रोशित पीड़ित महिला के परिजन व ग्रामीणों ने रविवार को जमकर सेंटर पर काटा बवाल।महिला की नाजुक स्थिति को देख तथाकथित डॉक्टर एक दिन पूर्व हुआ फरार।अस्पताल के सामने लगा बोर्ड जानकारी अनुसार टेकुना पंचायत के वार्ड 4 निवासी मो. बेचन कुंजड़ा की पत्नी शैयरा खातून को कुछ दिनों से पेट में पथरी होने का शिकायत मिल रहा था। इस बात की खबर पीड़िता की गोतनी रेहाना खातून को मिला। गोतनी ने पीड़ित महिला को अपने विश्वास में लेते हुए शबनम हेल्थ केयर सेंटर तेथवार टोला सूर्यापुर पुल के पास देवनंदन रजक के मकान में पहुंची। जहां तथाकथित डॉक्टर ने मरीज को सही सलामत ऑपरेशन कर पथरी निकाल देने की बात कहा।

मरीज तथाकथित डॉक्टर के बातों का विश्वाश करते हुए झांसे में आ गया। और ऑपरेशन के लिए तैयार हो गई। 15 दिन पूर्व महिला का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद महिला को उल्टी होने की शिकायत डॉक्टर से की। डॉक्टर ने परिजनों को ऑपरेशन के बाद 90 दिनों तक उल्टी होने की बात कह कर मरीज को टाल दिया। मरीज की स्थिति दिनों दिन खराब होता देख परिजन डॉक्टर पर दबाव बनाने लगा। तब डॉक्टर ने मरीज को दरभंगा अपने सीनियर डॉक्टर के पास ले गया। जहां दरभंगा के डॉक्टर ने भी मरीज की स्थिति को नाजुक बताते हुए घर ले जाने को कहा। परिजन निराश होकर मरीज को घर वापस ले आया। उसके बाद परिजन मरीज को लेकर पूर्णिया इलाज के लिए गया। जहां डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान मरीज का नस कट गया है। इसकी स्थिति बहुत नाजुक है। रिस्क नहीं ले सकते हैं। पूर्णिया के डॉक्टर ने पीड़ित परिजन को भागलपुर ले जाने का सलाह दिया।

परिजन डॉक्टर की बात सुन मरीज को भागलपुर इलाज के लिए ले गया। वहां भी डॉक्टर ने मरीज की स्थिति को देखते हुए एडमिट करने से इनकार कर दिया। परिजन निराश होकर भागलपुर से वापस अपने घर आ गए।


बताते है ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि शबनम हेल्थ केयर सेंटर पर मरीजों को रखकर दरभंगा से तथाकथित डॉक्टरों को बुलाया जाता है। तथा उनके द्वारा मरीजों का सभी प्रकार के ऑपरेश सहित अन्य बीमारियों का इलाज किया जाता है। सेंटर में उपस्थित तथाकथित डॉक्टर के द्वारा अवैध रुप से एक रुम में दवाई रखकर मरीजों को उपलब्ध कराया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि यह सेंटर छः माह से संचालित है।

बताते है प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

इस बाबत चिकित्सा प्रभारी डॉ. हरेंद्र प्रसाद साहू से पूछने पर बताया कि हम इस मेटर में कुछ नहीं बता सकते हैं, जब उनसे पूछा गया कि प्रतापगंज प्रखंड क्षेत्र में कितना वैध और अवैध नरसिंग होम है तो उन्होंने ने कहा हमे कोई जानकारी नहीं है।

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