94000 शिक्षक बहाली मे हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने चलाया ट्विटर कैंपेन , अभ्यर्थियों से सहमी सरकार , शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जल्द बहाली  करने की दी अभ्यर्थियों को आस्वाशन , कब तक होगी 94000 शिक्षको की बहाली और किया होगा प्रोसेस जानने के लिए पूरी खबर पढें 

 

 

बिहार पटना। :–94000 शिक्षक बहाली मे हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने चलाया ट्विटर कैंपेन , अभ्यर्थियों से सहमी सरकार , शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जल्द बहाली  करने की दी अभ्यर्थियों को आस्वाशन , कब तक होगी 94000 शिक्षको की बहाली और किया होगा प्रोसेस जानने के लिए पूरी खबर पढें

शिक्षक बहाली मे हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने चलाया ट्विटर कैंपेन

🔸️दो वर्ष से 94000 शिक्षकों की बहाली लटकी हुई है

🔸️पहले कोर्ट मे चल रहे केस को लेकर इंतजार करना पड़ा था

.कोरोना के चलते प्रदेश मे चल रहे लाॅकडाउन मे सरकार तक मांग पहुंचाने के लिए बुधवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने ट्विटर का जमकर इस्तेमाल किया है।बताते चले कि दो वर्ष से 94000 शिक्षकों की बहाली लटकी हुई है।सरकार बार-बार किसी न किसी केस का बहाना करके भर्ती को टाल रही है।

बार-बार शिक्षक अभ्यर्थियों के निवेदन के बाद सरकार के स्तर पर उदासीनता बरती जा रही है।इसको लेकर अब कई सवाल भी उठने लगे है।पहले कोर्ट मे चल रहे केस के कारण अभ्यर्थियों को इंतजार करना पड़ा,अब कोर्ट के आदेश आने के बाद भी नियोजन इकाई की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

बताया जा रहा है कि सरकार अब पंचायत चुनाव के बाद बहाली करना चाहती है।बहाली होगी भी या नही इसपर भी संशय बरकरार है।

हद तो यह है कि सरकार के आगे न्यायपालिका के आदेश भी फींके पड़ने लगे है।इसी को ध्यान मे रखकर शिक्षक बहाली को लेकर राज्य भर के अभ्यर्थियों ने बुधवार को ट्विटर पर हैशटैग पीड़ित बिहार शिक्षक अभ्यर्थी के द्वारा ट्विटर अभियान चलाया।अभियान शुरू होने के कुछ ही घंटो के भीतर बिहार मे नम्बर एक ट्रेंड करने लगा।शिक्षक अभ्यर्थियों ने इस ट्विटर अभियान के जरिए जल्द से जल्द शिक्षक नियोजन को पूर्ण करने की मांग की है।इसके सपोर्ट मे विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस ट्विटर कैंपेन मे हिस्सा लिया।

राजद(RJD) ने अपने ट्वीट मे लिखा कि विद्यालय मे शिक्षक नही,अस्पतालों मे डाॅक्टर नही,सरकार मे संवेदना नही,भ्रष्ट गैर-जिम्मेदार प्रशासन फिर भी सुशासन।इधर बिहार डीएलएड प्रशिक्षु परिषद् के फाउंडर शिवम प्रियदर्शी एवम विवेक कुमार ने भी कहा है कि इस तरह शिक्षक नियोजन मे हो रही देरी सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।अगर सरकार इसपर संज्ञान नही लेती है तो शिक्षक अभ्यर्थी फिर से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here