बिहार पंचायत चुनाव में दिखेंगे इस बार कई बदलाव , आयोग ने सभी जिलों को भेजा पत्र , प्रत्येक बूथ पर दो महिला कर्मियों की तैनाती अनिवार्य , और आयोग ने पत्र के माध्यम किया किया आदेश जिलो को दिया है जानने के लिए खबर को पढ़े
Bihar Panchayat Chunav 2021: बिहार में पंचायत चुनाव इस बार कई मायनों में खास होने जा रहा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) को खास बनाने की दिशा में राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) तमाम नवाचार करने में जुटा है।
आयोग की कोशिश है कि यह चुनाव न सिर्फ मतदाताओं के लिए, बल्कि देश में होने वाले पंचायत चुनावों के लिए नजीर बन जाए। पहली बार पंचायत चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल हो रहा है। पहली बार ऐसा चुनाव हो रहा है, जिसमें ईवीएम और बैलेट पेपर दोनों का प्रयोग एक साथ हो रहा है। इस बीच आयोग ने हर मतदान केंद्र पर सेल्फी प्वाइंट बनाने की बात कही है। ऐसे प्रयोग पहले के चुनावों में सीमित स्तर पर हुआ है। अगर इस बार सभी बूथों पर सेल्फी प्वाइंट बनता है तो यह पहली बार होगा।
हर बूथ पर सेल्फी प्वाइंट बनाने का दिया है निर्देश
आयोग ने गुरुवार को राज्य के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में पंचायत चुनाव में किए जा रहे सभी नए प्रयोगों को शत प्रतिशत सफल बनाने का निर्देश दिया। कहा गया कि पंचायत चुनाव को उत्सवी माहौल में कराने के लिए हर बूथ पर सेल्फी प्वाइंट बनाया जाए। आयोग के इस पहल से पहली बार पंचायत चुनाव में मतदान करने वाले युवा मतदाता सेल्फी प्वाइंट तस्वीर लेकर इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर करने में सहूलियत होगी।
जागरूकता के लिए हर तरीके से उपाय करने की बात
आयोग ने कहा है कि पंचायत चुनाव को लेकर राज्य में उत्सवी महौल बनाया जाए जिसमें दीवार लेखन, वीडियो के माध्यम से मतदाताओं का जागरूकता जैसे कार्य सुनिश्चित किए जाएं। आयोग के आयुक्त ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रत्याशियों का नामांकन पत्रों का शत प्रतिशत डिजिटलाइज कर अपलोड किया जाए। हर बूथ पर मतदान के दिन बिजली और मोबाइल कनेक्टिविटी हर हाल में बनी रहे।
हर बूथ पर दो महिला कर्मियों की तैनाती का निर्देश
देश में पहली बार एक साथ ईवीएम और बैलेट बाक्स के माध्यम से चुनाव बिहार में कराया जा रहा है। यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसे हर हाल में सफल बनाया जाना है जिससे कि बिहार देश के सामने नजीर पेश कर सके। मतदान के दिन हर बूथ पर कम से कम दो महिला कर्मियों की तैनाती की जाए। किसी भी स्थिति में एक महिला कर्मी को बूथ पर ड्यूटी नहीं दी जाए।