बिहार में इंटरमीडिएट परीक्षा पास करने वाली  5 लाख बच्चियों को सरकार देगी 25 -25हजार रुपये , ऐसे करे आवेदन , इस माह तक मिल जाएगी 25 हजार की राशि 

Bihar Board Inter Result 2022: बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बुधवार को इंटर परीक्षा का जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़कियों को शिक्षित करने के लिए जो अभियान चलाया जा रहा है, उसके अच्छे परिणाम दिख रहे हैं।

लड़कियों में शिक्षा हासिल करने के प्रति तेजी से रुझान है। इसकी बानगी है, 12वीं परीक्षा के नतीजे में एक बार फिर लड़कों की तुलना में सर्वाधिक बेटियों ने कामयाबी हासिल कर नई इबारत लिख दी है। उन्होंने कहा कि इंटर पास करने वाली सभी लड़कियों को 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी। आपको बता दें कि ऐसी छात्राओं की संख्‍या लगभग पांच लाख है। बिहार में इस बार 6 लाख 41 हजार 829 छात्राओं ने इंटर की परीक्षा दी थी, जिनमें 82 प्रतिशत से अधिक पास हुई हैं।

गत वर्ष की तुलना में इस बार रिजल्ट 2.11 प्रतिशत ज्यादा

बिहार बोर्ड की तारीफ करते हुए विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कदाचार रहित और पारदर्शिता के साथ न सिर्फ इंटर परीक्षा का संचालन कराया गया बल्कि देश में लगातार चौथी बार सबसे पहले बिहार बोर्ड का परिणाम भी आया। इस बार दो रिकार्ड बने। कोरोना काल में देश में सबसे पहले रिजल्ट घोषित किया है। परीक्षा के 29 दिन बाद ही रिजल्ट घोषित किया गया है। इस बार इंटर का रिजल्ट 80.15 प्रतिशत है जो जो पिछले साल 78.04 प्रतिशत की तुलना में 2.11 प्रतिशत ज्यादा है। इंटर का परीक्षाफल 2017 के बाद से लगातार बेहतर हो रहा है।

विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं को तैयारी करने में सहूलियत

शिक्षा मंत्री ने कहा कि ससमय परीक्षाफल घोषित होने से प्रदेश के विद्यार्थियों को मंडिकल व इंजीनियङ्क्षरग समेत अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं को तैयारी करने में भी सुविधा होती है। उन्होंने कहा कि बिहार बोर्ड देश का पहला संस्थान है जिनसे उत्तर पुस्तिकाओं पर परीक्षार्थियों की तस्वीर भी दी। ऐसे नवीन प्रयोग और परीक्षा में पारदर्शिता और स्वच्छता एवं ससमय से परिणाम देने संबंधी अध्ययन के लिए अब अन्य प्रदेशों के बोर्डों की टीम बिहार बोर्ड में अध्ययन व जानकारी लेने आ रही है।

उन्होंने कहा कि बिहार बोर्ड ने इंटर की 70र लाख उत्तर पुस्तिकाओं और 70 लाख ओएमआर शीट का मूल्यांकन मात्र 19 दिनों में किया। इंटर की कापियों का मूल्यांकन 24 फरवरी से 10 मार्च तक हुआ। ऐसा कर बिहार बोर्ड ने एक नया रिकार्ड बनाया है। बोर्ड कोरोना काल मे देश का पहला बोर्ड बन गया है जिसने परीक्षा कराकर स्वच्छता के साथ त्वरित परिणाम जारी कर दिया।

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